Delhi Crime News: तिहाड़ जेल में कर्मचारियों का स्थानांतरण, गैंगस्टरों के साथ संबंधों की आशंका
Delhi Crime News: हाल के दिनों में दिल्ली में हो रहे अपराधों, जैसे कि वसूली, गोलीबारी और हत्या की घटनाओं में तेजी आई है। यह घटनाएँ मुख्यतः जेल में बंद गैंगस्टरों के इशारे पर उनके गुर्गों द्वारा की जा रही हैं। जब दिल्ली पुलिस ने इन घटनाओं में शामिल गुर्गों को पकड़ा, तो यह खुलासा हुआ कि उन्हें जेल में बंद अपने आकाओं से निर्देश मिले थे। इस प्रकार की गतिविधियों की रोकथाम के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने 55 कर्मचारियों का स्थानांतरण करने का निर्णय लिया है, ताकि खराब होते जा रहे सिस्टम को सुधारा जा सके।
गैंगस्टरों के गुर्गों की चिंताएँ
गैंगस्टरों के गुर्गों ने पुलिस के सामने अपनी चिंता व्यक्त की कि कई जेल कर्मचारी भी इन आपराधिक गतिविधियों में संलग्न हैं। इस स्थिति को देखते हुए, तिहाड़ जेल प्रशासन ने सक्रिय कदम उठाते हुए कई कर्मचारियों का स्थानांतरण किया है। इन स्थानांतरणों में केवल जेल के अंदर के कर्मचारियों का ही नहीं, बल्कि जेल परिसरों में भी बदलाव किया गया है।
स्थानांतरण की प्रक्रिया
तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा कि यह स्थानांतरण एक सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। स्थानांतरित किए गए कर्मचारियों में से 10 मुख्यालय के हैं, जबकि अन्य 24 जेल कर्मचारी उच्च सुरक्षा वाले जेल नंबर 15 से हैं। इस जेल की कुल क्षमता 250 कैदियों की है, जबकि इसमें वर्तमान में 117 कैदी रखे गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था का पुनर्गठन
तिहाड़ जेल प्रशासन ने यह भी बताया कि 75 कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। इनमें से 25 कर्मचारियों को जेल नंबर 15 में स्थानांतरित किया गया है। इसी तरह, जेल नंबर 8, 9 और 10 से 7-7 कर्मचारी स्थानांतरित किए गए हैं। जेल नंबर 2 और 12 से 2-2 कर्मचारी, जबकि जेल नंबर 3 और 11 से 4-4 कर्मचारी भी स्थानांतरित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, जेल नंबर 13 से एक कर्मचारी को भी स्थानांतरित किया गया है।
जैमर सिस्टम में सुधार
तिहाड़ जेल प्रशासन ने यह घोषणा भी की है कि जल्द ही जेलों में जैमर सिस्टम को और मजबूत किया जाएगा। जेल अधिकारियों का कहना है कि जेलों में अपराधियों के साथ मिलीभगत करने और उन्हें सामान उपलब्ध कराने के लिए कई बड़े अधिकारियों को पहले ही दंडित किया जा चुका है। इसके अलावा, फोन और मादक पदार्थों की जेलों में प्रवेश के मद्देनजर, आधुनिक उपकरण जैसे जैमर लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
गैंगस्टरों का बढ़ता प्रभाव
गैंगस्टरों का प्रभाव और उनका आपराधिक नेटवर्क एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। हाल ही में, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम मुंबई में बाबा सिद्धिकी की हत्या के मामले में आया है। इसके निर्देश पर, उसके विदेशी गैंग सदस्यों ने मुंबई में यह हत्या की थी। इससे पहले, सलमान खान के घर पर भी गोलीबारी की गई थी, जो लॉरेंस बिश्नोई के निर्देश पर ही की गई थी।
जेल में सुधार की दिशा में कदम
तिहाड़ जेल प्रशासन की इन कार्रवाइयों का उद्देश्य न केवल कर्मचारियों की विश्वसनीयता बढ़ाना है, बल्कि जेलों में अपराधों की रोकथाम भी है। स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत, कर्मचारियों का पुनर्गठन और नए सुरक्षा उपायों का कार्यान्वयन जेलों के भीतर एक सुरक्षित माहौल बनाने के लिए आवश्यक है।
इस मामले में विशेषज्ञों का मानना है कि यदि तिहाड़ जेल प्रशासन प्रभावी कदम उठाने में सफल होता है, तो यह न केवल जेल के भीतर की स्थिति को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि इसके परिणामस्वरूप दिल्ली में अपराधों में भी कमी आएगी।